ट्रैन बस फ्लाइट ऐसी जगह है
1. जहा सूतक पातक वाले लोग भी बैठते है।
2. असाध्य रोग वाले जैसे कैंसर , HIV एवम अन्य बीमारी वाले भी बैठते है
3. स्थान परिवर्तन वाले वायरस वाले रोगी भी बैठते है
4. अशुद्ध इंसान बैठते है, जैसे बिना नहाए या फ्रेश होकर गंदे वस्त्रों का साथ
यह सब वैदिक पूजा पद्धति में निषेद्ध है चूंकि हम सनातनी हिन्दू है इसलिए पवित्रो अवित्रो वाले मंत्रो से हम स्नान के बाद भी पूजा स्थान में शुद्ध होते है।
- इसलिए आते ही अपने सारे बैग और कपड़े धोए।
- घर के किसी भी स्थान पर बिना नहाए नही बैठे इस सेआपके घर मे शुद्धता बनी रहेगी
- मोबाइल, चार्जर एवम छोटे मोटे कैर्री किये जाने वाले आइटम को सर्फ लगे कपड़े से अच्छे से आगे पीछे ऊपर नीचे से पोछे और फिर दुबारा सादे पानी लगे नैपकिन से पोछे।
- ध्यान रहे शुद्धता हमारे सनातन धर्म की पहचान है इसलिए हमारे ऋषि मुनि 3 बार स्नान की कहकर गए है, इसी को त्रिकाल संध्या कहते है।
- शुद्धता से नेगेटिव एनर्जी नही आती है, महिलाये और बच्चे विशेष रूप से ध्यान देवे।