हजारों साल बाद फिर आने वाली है ‘महा-सुनामी’, लाखों लोगों की निगल जाएगी जान, इस देश पर मंडराया खतरा
एक नई वैज्ञानिक खोज में पता चला है कि कनाडा के वैंकोवर आइसलैंड में जल्द ही एक महासुनामी आने वाली है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस महासुनामी में करीब चार लाख लोगों की जान जा सकती है।
इस महासुनामी को लाने के लिए इस एरिया में 6.1 से लेकर 7.6 मैग्नीट्यूड के भूकंप के झटकों की जरुरत होगी। बस इसी में आ जाएगी महातबाही।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस महासुनामी का खतरा अमेरिका के वॉशिंगटन स्टेट से सटे कनाडा के वैंकोवर आइसलैंड पर मंडरा रहा है। इस क्षेत्र में एक फॉल्ट लाइन है जिसका नाम XEOLXELEK-Elk Lake fault (XELF) रखा गया है। ये फॉल्ट लाइन 45 मील तक स्ट्रेच करता है।
इस फॉल्ट लाइन के टूटने की संभावना है। अगर ऐसा हुआ तो इससे 150 फीट ऊंची सुनामी आ सकती है। ये सुनामी वैंकोवर आइसलैंड से लेकर सीएटल तक तबाही मचा सकती है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, पिछले 10,000 सालों में इस क्षेत्र में कई बार सुनामी आ चुकी है। इन सुनामी में लाखों लोगों की जान गई है।
अब फिर से इस क्षेत्र में एक महासुनामी आने की आशंका जताई जा रही है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अगर इस महासुनामी की तैयारी नहीं की गई तो इससे लाखों लोगों की जान जा सकती है।
इस महासुनामी से बचने के लिए क्या करें?
इस महासुनामी से बचने के लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए। वैज्ञानिकों ने कुछ सुझाव दिए हैं जिनका पालन करके इस महासुनामी से बचने में मदद मिल सकती है।
- अगर आप इस क्षेत्र में रहते हैं तो अपने घर के लिए एक सुनामी इमरजेंसी योजना बनाएं।
- अपने घर को सुनामी से बचाने के लिए उपाय करें।
- सुनामी के बारे में जानकारी रखें और अगर सुनामी की चेतावनी आई तो तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
भारत में क्या है स्थिति?
भारत भी सुनामी के खतरे से अछूता नहीं है। भारत के तटीय इलाकों में कई बार सुनामी आ चुकी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने भारत के तटीय इलाकों के लिए सुनामी चेतावनी प्रणाली विकसित की है। इस प्रणाली से सुनामी की चेतावनी समय रहते लोगों तक पहुंचाई जा सकती है।
IMD ने भारत के तटीय इलाकों के लिए एक सुनामी अलर्ट मैप भी बनाया है। इस मैप से पता चलता है कि कौन से क्षेत्र सुनामी के खतरे वाले हैं।
भारत सरकार ने भी सुनामी से निपटने के लिए तैयारी की है। सरकार ने तटीय इलाकों में सुनामी आश्रय स्थलों का निर्माण किया है। इन आश्रय स्थलों में सुनामी से बचने के लिए जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
निष्कर्ष
सुनामी एक भयानक प्राकृतिक आपदा है। इस आपदा से लाखों लोगों की जान जा सकती है। सुनामी से बचने के लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए और सरकार को भी इस आपदा से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।